ठंडी तासीर का फल होने के बावजूद सर्दी के मौसम में संतरा सेहत के लिए फायदेमंद माना गया है। इसमें विटामिन ए-बी-सी, कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो सर्दियों में इम्यूनिटी को बूस्ट कर बीमारियों से बचाते हैं। स्वाद में लाजवाब संतरे को आंखों और स्किन के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। लोग अक्सर नाश्ते के साथ फल या जूस के रूप में संतरे को लेना पसंद करते हैं।
अनेक गुणों से भरपूर संतरा, सेहत के लिए खतरनाक भी हो सकता है। खासतौर से तब जब इसे गलत कॉम्बिनेशन के साथ खाया जाए। संतरे को दूध, गाजर और पपीता के साथ, या फिर तुरंत पहले या बाद खाना सेहत को नुकसान पहुंचाता है। ऐसे में संतरे को खाने के सही तरीके और सही वक्त को जान लेना जरूरी है। ताकि चटक रंग वाला संतरा सेहत फीकी न करे।
‘दूध और संतरा एक साथ जहर के समान हैं’
आयुर्वेदाचार्य पं. अभिषेक उपाध्याय बताते हैं- आयुर्वेद के अनुसार हर फल की एक प्रकृति होती है। उसकी प्रकृति के हिसाब से ही उसके खाने का समय और मात्रा तय होती है। किस चीज को किसके साथ खाना या नहीं खाना है, वह भी उसकी प्रकृति पर निर्भर करता है।
संतरा खट्टी प्रकृति का होता है और आयुर्वेद में खट्टी चीजों को दूध के साथ ‘जहर के समान’ बताया गया है। ऐसे में संतरा खाने के बाद दूध या दूध से बनी कोई भी चीज नहीं खानी चाहिए। इससे स्किन और डाइजेशन की समस्या हो सकती है।
पपीता और गाजर भी नहीं है संतरे का साथी
ठंड के मौसम में संतरे के अलावा गाजर और पपीता भी खूब खाए जाते हैं। लेकिन इनका कॉम्बिनेशन ठीक नहीं है। संतरा खाने के आसपास पपीता और गाजर खाने से बचना चाहिए। अभिषेक उपाध्याय बताते हैं कि संतरा के साथ गाजर या पपीते को खाने से पित्त-दोष हो सकता है।
दोपहर है संतरा खाने का मुफीद समय
संतरे के सुबह या शाम को खाने से बचना चाहिए। जानकार बताते हैं कि इसे खाने का सबसे मुफीद समय दोपहर है। संतरे को भोजन के बाद भी नहीं खाना चाहिए। ऐसे में लंच के थोड़ा पहले संतरा खाना सबसे बेहतर माना जाता है। संतरा खाने के आधे घंटे के भीतर कुछ और खाने से भी बचना चाहिए।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.