प्रेग्नेंट महिलाएं क्यों होती हैं भुलक्कड़:पेट बढ़ने से सोने में दिक्‍कत, शरीर में दर्द से यादाश्त होती है कमजोर, हल्के में न लें

नई दिल्ली10 महीने पहले
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अगर आप चीजें रख कर भूल जाती हैं, कुछ कहते-कहते चुप हो जाती हैं, तो घबराए नहीं। ऐसे बदलाव प्रेग्नेंसी में होना आम बात है क्योंकि प्रेग्नेंट महिला इन दिनों बहुत ज्यादा सोचने लगती हैं। यह बदलाव नार्मल होने में थोड़ा वक़्त लेता है।

क्या है प्रेग्नेंसी ब्रेन

प्रेग्नेंसी ब्रेन को कई नामों से जाना जाता है जैसे बेबी ब्रेन, मॉमी ब्रेन, मॉमनेसिआ या प्रेग्‍नेसिआ। ये परेशानी प्रेग्नेंट वुमन में ज़्यादा देखी जाती है। इसमें महिलाओं की याद्दाश्‍त कमज़ोर होने लगती है। वो कई बातें भूलने लगती हैं।

इस तरह की परेशानी से कभी न कभी हर इंसान रू-ब-रू होता है। लेकिन प्रेग्नेंट महिला के साथ ऐसा रोज हो तो ये चिंता की बात हो सकती है। जैसे जैसे प्रेग्नेंसी पीरियड बढ़ता है ये स्थिति बनी रहती है। बच्‍चे के जन्‍म लेने के बाद भी महिलाओं में प्रेग्नेंसी ब्रेन बना रहता है।

इसे बेबी ब्रेन, मॉमी ब्रेन, मॉमनेसिआ या प्रेग्‍नेसिआ भी कहते हैं
इसे बेबी ब्रेन, मॉमी ब्रेन, मॉमनेसिआ या प्रेग्‍नेसिआ भी कहते हैं

डॉक्टर ये भी कहते हैं कि प्रेग्नेंसी ब्रेन जैसी कोई बीमारी नहीं होती। प्रेग्‍नेंसी में खाई जाने वाली दवाओं और स्‍ट्रेस की वजह से ही महिलाओं को ऐसा महसूस होने लगता है। स्‍टडी की मानें तो प्रेग्‍नेंसी के दौरान बॉडी और ब्रेन में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते है। प्रेग्नेंसी में हार्मोंस की वजह से ब्रेन रिस्पॉन्स एक्टिविटी चेंज होता है। इसलिए प्रेग्नेंट महिलाओं में बेबी ब्रेन के लक्षण उस दौरान दिखाई देने लगते हैं।

प्रेग्नेंसी ब्रेन के लक्षण

प्रेग्नेंसी ब्रेन वाले हार्मोंस ऑक्‍सिटोसिन, प्रोजेस्‍टेरॉन और ग्रोथ हार्मोन को ही प्रेग्‍नेंसी ब्रेन की वजह माना जाता है। ये हार्मोनस यूट्रस में शिशु के विकास में मदद करते हैं। ऑक्सिटोसिन दूध बनाने में मदद करता है।

महिला को बना सकता है नासम

प्रेग्नेंसी के दौरान महिला थोड़ी उलझनों में घिरी रहती है जो नासमझी की वजह बनती है। बेबी बंप की वजह से वह कई चीज़ें भूलने लगती हैं। सीएचसी अस्पताल भंगेल की गायनाकोलॉजिस्ट, डॉ. मीरा कहती हैं इन दिनों महिलाएं अपने शरीर में आते बदलावों और हारमोन लेवल हाई होने के कारण फिक्रमंद रहती हैं। यह भी प्रेग्नेंसी ब्रेन होता है। वो बच्‍चे के आने और उसकी जरूरतों के बारे में सोचती रहती है।

इसलिए ये स्वाभाविक है कि उसका ध्यान लगातार भटकता रहता है। जिसकी वजह से वो कभी-कभी भूलने लगती है। लेकिन हर चीज के लिए प्रेग्नेंसी ब्रेन जिम्मेदार नहीं होता। इसलिए महिलाओं को इधर उधर ध्यान लगाने से बेहतर है अपने बच्‍चे पर पूरा ध्‍यान दें और बाकी चीज़ों को नज़र अंदाज़ करें।

नींद की कमी भी बनती है वजह

नींद की कमी की वजह से चीज़ें याद रखने में दिक्‍कत आती है। प्रेग्नेंसी में नींद की कमी होना नॉर्मल बात है। पेट बढ़ने से सोने में दिक्‍कत आती है और शरीर में कई जगहों पर दर्द भी रहता है। वहीं जब बच्‍चा पैदा हो जाता है तो उसे पालने में कई रातें निकल जाती हैं।

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