घर, मोहल्ला और कॉलेज सभी जगहों पर शैंपी यानी पुष्पपाल और रवनीत की दोस्ती के चर्चे थे। सभी को पता था कि दोनों वीडियोज बना कर सोशल मीडिया साइट्स पर डालते हैं। दोस्ती तो थी, पर प्यार-व्यार जैसा कुछ नहीं था। एक दिन पुष्पपाल सिंह भाटिया ने सोचा कि जब हम अच्छे दोस्त हो सकते हैं, तो पति-पत्नी और भी अच्छे बनेंगे।
एक लाइन में कहा जाए, तो…पुष्पपाल ने शादी के लिए प्रपाेज किया, रवनीत ने ‘हां’ कहा, शादी हुई और दोनों आज एक बिटिया सेहनूर के मम्मी-पापा हैं। दोनों सोशल मीडिया इन्फ्ल्यूएंसर हैं और अपने वीडियो से इंडिया के लोगों को ही नहीं विदेशी जोड़ों को भी हंसाने-गुदगुदाने का काम कर रहे हैं।
जमीन पर चटाई बिछाकर खाने में संकोच नहीं होता है पुष्पपाल को
पुष्पपाल : रवनीत से मेरी मुलाकात एक बर्थडे पार्टी में हुई । इनकी आवाज बहुत ही धीमी और मीठी थी, जो अक्सर पंजाबी कुड़ियों की नहीं होती। बस उसकी आवाज की मिठास कानों से होकर मेरे दिल में उतर गई। इसके बाद हम दोस्तों की तरह ही मिलते रहे।
रवनीत : शैंपी जब भी मेरे घर आते मैंने नोटिस किया कि वह खाने-पीने को लेकर कभी नखरा नहीं करते, जो बना होता मजे से खा लेते, कहीं भी चटाई बिछाकर बैठ जाते। एक दिन मैं इनके घर गई, तो इनका रहन-सहन देखकर दंग रह गई। मुझे यकीन नहीं हुआ कि एक अमीर घराने से होते हुए भी शैंपी में किसी तरह का दिखावा नहीं है। इनमें एक और खास बात यह है कि यह बाकी पंजाबी लड़कों की तरह ‘फुकरे’ नहीं हैं।
इंस्टाग्राम पर करीब 1.5 लाख फॉलोअर्स हैं
रवनीत : शैंपी की बड़ी खासियत यह है कि इन्हें हर बात का पता होता है। इनके पास सब तरह की सारी इन्फॉर्मेशन होती है। ये मुझे हमेशा चलता-फिरता गूगल लगते हैं। मेरे पापा में भी यही क्वालिटीज हैं । मैंने बहुत पहले ही सोच रखा था कि जिस किसी बंदे में मेरे पापा जैसे गुण नजर आएंगे, मैं उसी से शादी करूंगी लेकिन एक बात और यह तंदूरी चिकन भी लाजबाव बनाते हैं, हा.. हा.. हा..।
पुष्पपाल : एक दिन मुझे महसूस हुआ कि क्यों न इस दोस्ती को शादी में बदल दिया जाए। मैंने तुरंत फोन उठाकर इनको प्रपोज किया। उधर से ‘हां’ होते ही साल 2016 में हमारा ‘रोका’ हुआ। तब हम अलग-अलग तरह के वीडियोज बनाते और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर शेयर करते। फिर रवनीत के मामाजी को हमारे वीडियाे बहुत पसंद आए। उन्होंने हमें सलाह दी कि क्यों न इसे सीरियसली लिया जाए। इसके बाद हमने ‘दैट कपल दॉ’ (That Couple Though) के नाम से सोशल मीडिया पर अपना पेज बनाया। हमारे पहले वीडियो को कुछ दिनों में ही ढेरों फॉलोअर्स मिल गए। आज इंस्टाग्राम पर हमारे करीब 1.5 लाख और फेसबुक पर करीब 1 लाख फॉलोअर्स हैं।
सोशल मीडिया पर भी लोग इनसे शादीशुदा जिंदगी के टिप्स मांगते हैं
पुष्पपाल : सोशल मीडिया पर पॉपुलर होते ही हमारे फैन्स हैप्पी मैरिड लाइफ के गुर जानने को उत्सुक हो गए। कुछ कपल हमसे अपनी शादीशुदा जिंदगी को शानदार बनाने के टिप्स मांगने लगे। कुछ ने तो हमारे टिप्स को अपने रिश्ते पर आजमाया और उनकी प्रॉब्लम सॉल्व हुई तो हमें ‘थैंक्स’ तक कहने आ गए।
रवनीत : कई बार हमारे रिश्तेदारों में भी किसी हसबैंड-वाइफ की लड़ाई हो जाती है, तो हमें ही उनकी काउंसलिंग करने का बुलावा आता।
अपने-अपने मम्मी-पापा से दोनों से हैप्पी मैरिड लाइफ का मंत्र लिया
रवनीत कौर : मैंने देखा कि मम्मी जब-जब मायके जाती थी, पापा कहते थे, ‘तू न जाईं…मेरा दिल नहीं लगदा।’ मैं चाहती थी कि मेरा पति के दिल में भी मेरी ऐसी ही जगह हो, टच वुड ! पुष्पपाल ने इतना ही प्यार दिया।
पुष्पपाल : मैंने अपने पेरेंट्स को देखा है कि वे कभी भी एक-दूसरे से झूठ नहीं बोलते। मेरा मानना है कि झूठ बोलने का मतलब है कि आप रिश्ते में कुछ छुपा रहे हैं। पति-पत्नी के रिश्ते में कभी भी कुछ छिपाने की जरूरत नहीं पड़नी चाहिए। एक-दो बार मैंने रवनीत से झूठ बोलने कोशिश की लेकिन मेरी जुबान बुरी तरह लड़खड़ा गई। मैंने अपनी मैरिड लाइफ में पापा का यही फॉर्मूला फॉलो किया है।
जिसकी भी गलती होती है सॉरी बोलने में देर नहीं करता
पुष्पपाल : देखिए, झगड़े हर कपल के बीच होते हैं लेकिन मेरा मानना है झगड़े के बाद जिस किसी की भी गलती हो, वह खुद आगे आकर माफी मांगे और दूसरा उसे तुरंत माफ भी कर दे। ऐसा करने से रिश्ते में गिले-शिकवे की कोई गुंजाइश ही नहीं रहती। हम दोनों ऐसा ही करने की कोशिश करते हैं।
रवनीत : मैं हमेशा इस बात का ध्यान रखती हूं कि खाते समय हम किसी सीरियस मुद्दे पर बात नहीं करें। पूरे इत्मीनान के साथ खाने को एंजॉय करें। मैंने देखा है कि कई बार डाइनिंग टेबल से ही झगड़े शुरू होते हैं और नाराजगी खाने पर निकलती है। यह बहुत गलत है।
बिटिया सेहनूर के जन्म के बाद रिलेशनिशप में क्या टर्न आया
रवनीत : बच्चे का जन्म पति-पत्नी के रिश्ते की अग्निपरीक्षा होती है। एक महिला होने के नाते मैंने जब देखा कि पुष्पपाल उसकी केयर करते हैं ताकि मैं बाकी जिम्मेदारियों को पूरी कर सकूं, तो मुझे बहुत अच्छा महसूस हुआ। हमारी जॉइंट फैमिली है, इसमें हसबैंड का सपोर्ट बहुत जरूरी होता है।
पुष्पपाल : बच्चे के जन्म के बाद पति-पत्नी एक-दूसरे के और नजदीक आ जाते हैं साथ ही मम्मी-पापा बनने के बाद आप आपने पेरेंट्स से और जुड़ते हैं। उनके प्रति आपकी इज्जत बढ़ती है। शादीशुदा जिंदगी का मूल-मंत्र भले ही पति-पत्नी की अंडरस्टैंडिंग हो लेकिन जॉइंट फैमिली भी इस रिश्ते का मजबूत आधार होती है। पेरेंट्स आपको हैप्पी लाइफ का मंत्र देते हैं।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.