पिछले सप्ताह ईरान से ब्रिटेन पहुंची नाजनीन जागरी रैटक्लिफ ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। ब्रिटिश-ईरानी नागरिक नाजनीन ने कहा है कि दो देशों के मसले में उन्हें बलि का बकरा बनाया गया। जिस ब्रिटिश सरकार ने अब रिहा कराया है, जबकि उनकी रिहाई छह साल पहले ही कराई जा सकती थी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में नाजनीन ने कहा, 'जो कुछ अब हुआ है, वह छह साल पहले ही हो जाना चाहिए था।' नाजनीन साल 2016 में जब ईरान में अपने माता-पिता से मिलने पहुंचीं तो ईरानी सरकार ने उन पर जासूसी का आरोप लगाकर जेल में डाल दिया था।
माना जा रहा है कि नाजनीन की रिहाई तब हो पाई जब यूनाइटेड किंगडम की सरकार ने 400 मिलियन पाउंड का कर्ज ईरान को चुकाया। यह बकाया 1970 का जो अब ब्रिटेन की बोरिस जॉनसन सरकार ने चुकाया है।हालांकि दोनों सरकारों का कहना है कि इस कर्ज के भुगतान का नाजनीन की रिहाई से कोई लेना देना नहीं।
पति-पत्नी-बेटी ने लड़ी अपने-अपने हिस्से की लड़ाई
जेल में नाजनीन ने क्रूर यातनाओं का सामना किया। लेकिन यह लड़ाई नाजनीन के साथ-साथ उनके पति रिचर्ड और बेटी गैब्रिएला के लिए भी उतनी ही मुश्किल थी। जेल में नाजनीन अपने हिस्से की लड़ाई लड़ रही थीं और सड़कों पर रिचर्ड एक पति होने का फर्ज निभा रहे थे।
रिचर्ड ने कई भूख हड़ताल, विरोध प्रदर्शन और सैकड़ों मीडिया इंटरव्यू के जरिये अपनी पत्नी की कहानी दुनिया तक पहुंचाई। इनकी बेटी भी धरना-प्रदर्शनों में हिस्सा लेती थीं। ये छह साल नाजनीन की बेटी गैब्रिएला के लिए भी बेहद मुश्किल साबित हुए। वह ईरान में अपने रिश्तेदारों के यहां रहीं। नाजनीन के पति रिचर्ड ने कहा कि उनकी पत्नी एक बड़े राजनीतिक षड्यंत्र का 'प्यादा' बनकर रह गईं।
जंजीरों में बांधकर रखा गया
नाजनीन को ईरान की क्रूर सीक्रेट अदालतों ने सजा सुनाई, उन्हें जंजीरों में जकड़कर और आंखों पर पट्टी बांधकर रखा गया, तेज रोशनी और शोर पैदा करके उन्हें सोने नहीं दिया गया। कई बार उन्हें नौ-नौ घंटे की कड़ी पूछताछ से गुजरना पड़ा। 2019 जुलाई में भूख हड़ताल के बाद नाजनीन को एक अस्पताल के मेंटल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था और एक हफ्ते तक उन्हें बिस्तर से बांधकर रखा गया।
बेटी तब एक ही साल की थी
ब्रिटेन के आरएएफ ब्रीज नॉर्टन एयर स्टेशन पर रिचर्ड और गैब्रिएला से मिलकर नाजनीन भावुक हो गईं। ईरानी-ब्रिटिश नागरिक नाजनीन को 3 अप्रैल 2016 को हिरासत में ले लिया गया था। ईरानी सरकार के खिलाफ साजिश रचने के आरोपों में उन्हें पांच साल जेल की सुनाई गई थी। वह अपने माता-पिता से मिलने के बाद गैब्रिएला के साथ ब्रिटेन लौट रही थीं, जिनकी उम्र तब सिर्फ एक साल थी।
बेटी के साथ नई जिंदगी शुरू करेंगे नाजनीन-रिचर्ड
ईरान के सर्वोच्च नेता हसन रूहानी ने नाजनीन की रिहाई पर विचार करने से पहले 'अमेरिकी जेलों में बंद ईरानियों' को रिहा करने की मांग की थी। छह साल की लड़ाई के बाद बोरिस जॉनसन की सरकार और ईरानी शासन के बीच हुए एक समझौते के बाद 16 मार्च 2022 को नाजनीन को रिहा किया गया। नाजनीन आज अपने परिवार के साथ हैं। इस दौरान नाजनीन के पति ने कहा कि वह उनकी रिहाई के लिए 'बहुत शुक्रगुजार' हैं।
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