दो महिलाओं ने पहाड़ की चोटी को फतह करने के रिकॉर्ड कायम किए हैं। पहली महिला हिमाचल प्रदेश की रहने वाली है तो दूसरी नेपाल से है। भारत की बलजीत कौर ने दो सप्ताह के भीतर 8,000 मीटर से ऊंची दो चोटियों पर विजय पताका लहराई है। पीक प्रोमोशन प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर पासंग शेरपा ने बताया कि गुरुवार को स्थानीय समय के मुताबिक सुबह 4:20 बजे 27 साल की बलजीत कौर कंचनजंघा (8586 मीटर) पर पहुंचीं। इस पर जीत हासिल करने के बाद वे तृतीय कैंप पहुंचीं और वहां से बेस कैंप लौट रही हैं।
दूसरी तरफ नेपाली शेरपा महिला ने गुरुवार को दुनिया की सबसे ऊंची चोटी एवरेस्ट को सर्वाधिक बार फतह करने के अपने की रेकॉर्ड को तोड़ दिया।
इससे पहले 28 अप्रैल को वह माउंट अन्नपूर्णा (8091 मीटर) पर चढ़ी थीं।
शेरपा के मुताबिक, इस सीजन में उनकी यह 8,000 मीटर से ऊंची दूसरी चढ़ाई थी। अब वह दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट और लहोत्से (8516 मीटर) पर विजय हासिल करने की योजना बना रही हैं। पिछले सप्ताह महाराष्ट्र की प्रियंका मोहिते 8,000 मीटर से ऊंची पांच चोटियों पर विजय प्राप्त करने वाली पहली भारतीय महिला बनी थीं।
लाक्पा शेरपा 10 बार चढ़ी माउंट एबरेस्ट
लक्पा शेरपा के भाई और अभियान आयोजक मिंगमा गेलू ने कहा कि लक्पा शेरपा और कई अन्य पर्वतारोहियों ने 8,849 मीटर (29,032 फुट) ऊंचे शिखर पर पहुंचने के लिए अनुकूल मौसम का फायदा उठाया। उन्होंने कहा कि वह (शेरपा) स्वस्थ हैं और सुरक्षित नीचे उतर रही हैं।
नेपाल की रहने वाली शेरपा अपने तीन बच्चों के साथ वेस्ट हार्टफोर्ड, कनेक्टिकट, अमेरिका में रहती हैं। एक अन्य नेपाली शेरपा पथप्रदर्शक (गाइड), कामी रीटा शनिवार को 26वीं बार शिखर पर पहुंचे। उन्होंने भी एवरेस्ट की सबसे अधिक चढ़ाई का अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया। रीटा ने शेरपा पर्वतारोहियों के एक समूह का नेतृत्व किया, जिन्होंने रास्ते में रस्सियां लगायीं, ताकि सैकड़ों अन्य पर्वतारोही इस महीने के अंत तक चोटी तक पहुंच सकें।
गुरुवार की सफल चढ़ाई उनकी दसवीं चढ़ाई थी। शेरपा ने हमेशा कहा है कि वह सभी महिलाओं को प्रेरित करना चाहती हैं, ताकि वे भी अपने सपनों को जी सकें।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.