ब्रिटेन की अदालत ने गुरुवार को ब्रिटिश इतिहास के सबसे महंगे तलाक का केस खत्म करने के साथ ही राजकुमारी हया बिंत अल-हुसैन को बच्चों की पूरी कस्टडी दे दी है। हया दुबई के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल-मकतूम की छठवीं बीवी थी। साल 2019 में उन्होंने किंग को तलाक किया था। शेख पर उनकी पूर्व पत्नी की हत्या करने का आरोप लगा था।
शेख और जॉर्डन किंग अब्दुल्ला की बहन हया हुसैन के दो बच्चे हैं। 14 साल की बेटी जलीला और 10 साल का बेटा जायद। लंदन हाई कोर्ट के फैसले के मुताबिक दुबई के किंग को इन दोनों बच्चों की सुरक्षा और पढ़ाई के लिए पत्नी को 730 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानी करीब 5,500 करोड़ रुपए की रकम देनी होगी। साल 2019 में राजकुमारी हया बिंत अल-हुसैन दुबई किंग से जान का खतरा बताकर अपने बच्चों को लेकर दुबई से भाग गई थी। तब से वह ब्रिटेन में रह रहीं हैं। जहां कोर्ट में उन्होंने बच्चों की कस्टडी का केस फाइल किया था। जिसमें अब तक कुल 20 जजमेंट हुए हैं।
बाहरी लोग नहीं बल्कि पिता से ही है बच्चों को खतरा
दुबई के शेख और उनकी पूर्व पत्नी के बीच तलाक का केस बीते तीन सालों से चल रहा है। जिस पर अब कोर्ट ने अपना अंतिम फैसला सुनाया है। इस केस की सुनवाई करते हुए लंदन कोर्ट के सीनियर जज ने पहले लिखा था कि इस मामले में प्रिंसेस हया और उनके बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा उनके खुद के पिता दुबई के किंग शेख से है, न की बाहरी तत्वों से।
पैगासस जासूसी सॉफ्टवेयर से कराई थी बीवी की जासूसी
लंदन कोर्ट पहले की सुनवाई में यह कह चुकी है कि प्रिंसेस हया को जान का खतरा बना हुआ था। शेख हया के ऊपर काफी कड़ी निगरानी रखते थे। यहां तक की प्रिंसेस के फोन कॉल, उनके वकील के फोन कॉल और एक ब्रिटिश राजनेता के फोन कॉल रिकॉर्ड किए जाते थे। उन पर इजराइल के स्टेट सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर पैगासस से जासूसी की जा रही थी। यहां तक कि किंग अपनी पहली शादी के हुई दो बेटियों को घर में कैद करके रखते थे। उनके इस बर्ताव को देखते हुए ही कोर्ट ने राजकुमारी हया के हित में फैसला सुनाया है। बच्चों की पूरी कस्टडी उनकी मां के हवाले कर दी है।
फैसले सुनने के बाद क्या बोले दुबई के शेख
कोर्ट का फैसला सुनने के बाद मोहम्मद शेख की तरफ से एक बयान जारी किया गया। जिसमें लिखा है कि 'वह अपने बच्चों से प्यार करते हैं और पिता के लिए बच्चों के प्यार से वह खुश हैं। उन्होंने हमेशा बच्चों की देखभाल की है और आगे भी हमेशा उनकी जरूरतें पूरी करते रहेंगे।'
'वह कोर्ट में लगाए गए सभी आरोपों से इंकार करते हैं, साथ ही मीडिया से अपील करते हैं कि वह बच्चों की गोपनीयता का सम्मान करें और उनकी जिंदगी में दखल न दें।'
47 साल की प्रिंसेस हया का अपने बॉडीगार्ड के साथ था अफेयर
करीब 15 साल तक शादी के बंधन में रही प्रिंसेस हया ने साल 2019 में दुबई शेख को छोड़ दिया था। लेकिन इससे पहले शेख मोहम्मद राशिद ने पत्नी के खिलाफ क्रूरता की सारी हदें पार कर दी थी। वह उनके ऊपर कड़ी निगरानी रखते थे। बस टॉयलेट ही एक ऐसी जगह थी यहां कैमरा नहीं लगा होता था और गार्ड नहीं रहते थे, बाकी वह सोने के पिंजरे में कैद रहती थी। इस दौरान ही राजकुमारी बॉडीगार्ड रसेल फ्लॉवर को दिल दे बैठी थीं। यहां तक की दुबई छोड़कर भागने में बॉयफ्रेंड ने ही उनकी मदद की।
एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2016 में प्रिंसेस हया का बॉडीगार्ड 37 वर्षीय रसेल से अफेयर शुरू हुआ था। जोकि करीब दो साल चला। रसेल शादीशुदा था लेकिन अफेयर की वजह से उसकी भी शादी टूट गई थी। ब्रिटेन के कोर्ट में हुई सुनवाई के मुताबिक एक समय अपना अफेयर छिपाने के लिए प्रिंसेस हया ने 12 करोड़ रुपये की रकम लुटा दी थी। मगर, इसके बाद भी वह दुनिया के सामने यह रिश्ता नहीं छुपा पाई। वह अपने बॉयफ्रेंड को महंगे तोहफे भी दिया करती थीं।
साल 2019 में जब राजकुमारी हया ब्रिटेन पहुंची तो उन्होंने शरिया कानून से शेख मोहम्मद को तलाक दिया और बच्चों की कस्टडी के लिए ब्रिटेन की अदालत में केस दर्ज कराया। जिसमें उन्होंने बच्चों की सुरक्षा और परवरिश के लिए 55 करोड़ पाउंड की सेटलमेंट राशि की डिमांड रखी थी। जिसे कोर्ट ने मंजूरी दे दी है। इसे ब्रिटेन कोर्ट के इतिहास का सबसे महंगा तलाक भी बताया गया है।
बच्चों से सिर्फ फोन और मैसेज पर बात कर सकेंगे किंग शेख
केस की अंतिम सुनवाई में इंग्लैंड और वेल्स में फैमिली डिवीजन के अध्यक्ष एंड्रयू मैकफर्लेन ने कहा कि शेख मोहम्मद ने हमेशा परिवार के उन सदस्यों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है जोकि उनकी इच्छा का उल्लंघन करते हैं। किंग अपने परिवार में जबरदस्ती और कंट्रोल करने का बिहेवियर रखते हैं। उन्होंने आगे कहा कि किंग ने अपने बच्चों की मां के साथ घरेलू हिंसा का प्रदर्शन किया है। यह किसी भी तरह से नॉर्मल परिवार की स्थिति नहीं है। एंड्रयू मैकफर्लेन का यह भी कहना है कि शेख ने बच्चों की देखभाल में अपनी पूर्व पत्नी की भूमिका को स्वीकार करने से भी इनकार कर दिया था।
कोर्ट ने फैसले में साफ किया कि बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और स्वास्थ्य से जुड़े सभी चीजों की जिम्मेदारी अब पूरी तरह से उनकी मां प्रिंसेस हया की होगी। वहीं उनके पिता दुबई के किंग शेख अपने बच्चों से सिर्फ फोन कॉल और मैसेज पर ही संपर्क रख सकेंगे। किंग ने खुद बच्चों से सीधा संपर्क रखने से मना किया है।
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