उज्बेकिस्तान से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक भाई और बहन ने आपस में शादी कर ली। जो बच्चा पैदा हुआ वह बेहद अजीबो-गरीब था। उसके शरीर में सांप जैसी धारियां और मछली की त्वचा वाले धब्बे थे। बच्चा कुछ देर बाद मर गया।
बताया जा रहा है कि महिला को पहले से एक बच्चा था, जो अब भी जिंदा और स्वस्थ हैं, मगर यह बच्चा उसके भाई से नहीं बल्कि, पहले पति से पैदा हुआ था। बाद में पहला पति छोड़ गया, तो उसने भाई से शादी रचा ली। मगर इस बार जो बच्चा हुआ, वह तमाम विकारों के साथ पैदा हुआ था।
बच्चे के शरीर पर सांप जैसी धारियों के निशान
ब्रिटिश वेबसाइट 'मिरर' की रिपोर्ट के अनुसार, उज्बेकिस्तान के डस्टिक प्रांत में एक भाई और बहन ने आपस में शादी कर ली। बाद में लड़की ने अस्पताल में बेटे को जन्म दिया। यह बच्चा ऐसा अजीबो-गरीब था कि ऑपरेशन थिएटर में जिसने भी उसे देखा, पहली बार में डर गया। उसे छूने में भी अस्पताल के कर्मचारी डर रहे थे। इस बच्चे को बहुत सी बीमारियां थीं। उसके शरीर पर सांप जैसी धारियों के निशान थे। इसके अलावा, उनकी त्वचा खुरदरी थी और मछली की त्वचा पर जैसे धब्बे होते हैं, वैसे बने हुए थे।
बच्चे की त्वचा पर अजीबो-गरीब निशान
डॉक्टरों के अनुसार, बच्चे को इश्थ्योसिस कॉग्नेशिया नाम की बीमारी थी, जो दुर्लभ है। इसमें त्वचा खुरदरी हो जाती है और शरीर पर अजीब से धब्बे बन जाते हैं, जो चकत्तों की वजह से होते हैं। यह चकत्ते लगातार निकलते रहते हैं। कई और शारीरिक परेशानियों की वजह से बच्चा ज्यादा समय तक जिंदा नहीं रह पाता।
ऐसे ही कई मामले देखने को मिले हैं....जो काफी हैरान करने वाले हैं....
सगे चचेरे भाई-बहन ने मंदिर में एक-दूसरे से शादी
बिहार के वैशाली में रिश्ते को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया था। यहां सगे चचेरे भाई-बहन ने मंदिर में एक-दूसरे से शादी कर ली। इस घटना का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मामला भगवानपुर प्रखंड के एक गांव का है। वीडियो में एक लड़का और एक लड़की गांव के ही मंदिर में शादी करते नजर आ रहे हैं। लड़की 4 माह की प्रेग्नेंट भी थी। भाई और बहन के बीच 3 साल से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। जैसे ही इस शादी की चर्चा गांव में फैली, तो लड़का और लड़की के घर पर भीड़ इकट्ठा हो गई।
सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए भाई-बहन ने की शादी
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत मिलने वाले लाभ के लालच में भाई-बहन ने आपस में ही शादी कर ली। दरअसल समाज कल्याण विभाग द्वारा शादियों का आयोजन किया जाता है। सामूहिक विवाह योजना के तहत, राज्य सरकार प्रत्येक जोड़े को उन्हें दिए जाने वाले घरेलू उपहारों के अलावा 35,000 रुपये देती है। योजना के विवरण के अनुसार वर के बैंक खाते में 20,000 रुपये जमा किए जाते हैं और 10,000 रुपये के उपहार भी दिए जाते हैं। शादी 11 दिसंबर को फिरोजाबाद के टूंडला में हुई और इसका पता तब चला जब स्थानीय ग्रामीणों ने विवाहित जोड़े की पहचान भाई-बहन के रूप में की।
बहन ने सगे भाई को बनाया पति
राजस्थान के सीकर में पति को छोड़ बहन सगे भाई की पत्नी बन गई। भाई ने भी पत्नी को त्याग दिया। दोनों 5 साल तक राजस्थान के सीकर में रहें, लेकिन कुछ दिन बाद ही इस रिश्ते का खुलासा हो गया। पत्नी बहन ने एक रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। जांच में सामने आया कि दोनों का 3 साल का बेटा भी है।
लॉकडाउन में भाई ने बहन से ही कर ली शादी
अगरसीडीहरा के स्थानीय निवासी विमल साह और बबन साह दोनों भाई हैं। लेकिन 6 महीने पहले ही विमल का 18 साल का बेटा, उनके भाई बबन की नाबालिग बेटी को गुमराह करके पहले दिल्ली के लिए फरार हो गया था। लड़की आठवीं में पढ़ाई करती है। भाई ने ही 13 साल की चचेरी बहन से शादी रचा ली। इन दोनों के रिश्तों को देखने के बाद गांव वालों का कहना है कि कलयुग में अपने रिश्ते भी भूल गए हैं।
बहन से भाई को हुआ प्यार, दोनों ने रचा ली शादी
झारखंड के चतरा जिले के टंडवा प्रखंड के धनगड़ा पंचायत के खरिका की रहने वाली एक युवती को अपने ही भाई से प्यार हो गया। दोनों ने घर से भागकर मंदिर में शादी रचा ली। दोनों रिश्ते में चचेरे भाई-बहन हैं जो अब पति-पत्नी बन चुके हैं। इसके बाद नाराज परिजनों ने बीते शनिवार को युवती का पुतला बनाया और उसकी शव यात्रा निकाल दी। इतना ही नहीं परिजन उसके पुतले को श्मशान घाट भी लेकर गए और बाकायदा वहां उसका अंतिम संस्कार भी किया।
सगे भाई ने सबके सामने मंदिर में भर दी मांग
बरेली में मोहम्मदी क्षेत्र के भाई-बहन ने इस रिश्ते को अपवित्र कर दिया। दोनों भाई बहन को एक-दूसरे से प्यार हुआ तो मंदिर में जाकर शादी रचा ली। शादी के बाद दोनों का घर में या रिश्तेदारी में जाना संभव नहीं था। दोनों ने घर छोड़कर भागने की सोची और दिल्ली के लिए ट्रेन पकड़ने ही वाले थे कि पुलिस ने उन्हें रोक लिया। पिता ने पुलिस को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की गुहार लगाई है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.