“तू खुद की खोज में निकल तू किस लिये हताश है
तू चल तेरे वजूद की समय को भी तलाश है”
ऐसा कहना है IAS सोनल गोयल का। साल 2008 में सिविल सेवा एग्जाम पास कर आल इंडिया लेवल पर 13वीं रैंक हासिल करने वाली IAS सोनल गोयल काम ही नहीं शरीर को फिट रखने में भी माहिर हैं।
हाल ही में उन्होंने खुद को फिट करने की ठानी और इस जर्नी के दौरान उनका 14 किलो वजन कम हो गया। उन्होंने अपनी फिटनेस जर्नी सोशल मीडिया पर शेयर की और सभी लोग कैसे फिट रह सकते हैं, इस बारे में भी बताया। आइए जानते हैं उनकी खास उपलब्धियों के बारे में-
हरियाणा के पानीपत में जन्मी सोनल गोयल की पहली पोस्टिंग त्रिपुरा में असिस्टेंट कलेक्टर के तौर पर हुई। यहां डीएम रहते हुए उन्होंने रविंद्र नाथ टैगोर के उपन्यास में शामिल नंदनी नाम का कैंपेन गोमती जिले में चलाया था।
मिल चुके हैं कई अवॉर्ड
साल 2016 में सोनल हरियाणा में पोस्टेड हुईं। यहां उन्होंने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, सुकन्य समृद्धि स्कीम, मनरेगा सहित कई अभियानों को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। इसी दौरान फरीदाबाद नगर निगम में काम करते हुए उन्हें नीति आयोग ने टॉप-25 शख्सियतों में जगह दी गई। इसके अलावा अगरतला म्यूनिसिपल काउंसिल की सीईओ के तौर पर सोनल को बेस्ट BSUP सिटी अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है। अभी सोनल साल 2020-23 के लिए ब्रिक्स सीसीआई यंग लीडर्स फोरम की ऑनरी एडवाइजर हैं।
कंपनी सेक्रेटरी की डिग्री ली, पर बन गईं आईएएस
दरअसल, सोनल की पूरी पढ़ाई दिल्ली में हुई। डीएवी से स्कूलिंग पूरा करने के बाद श्रीराम कॉलेज से बीकॉम किया और फिर सीएस यानी कंपनी सेक्रेटरी की डिग्री हासिल की। इसी दौरान उनके मन में आईएएस बनने का सपना पनपने लगा था। यूपीएससी की तैयारी करने के साथ-साथ वे दिल्ली यूनिवर्सिटी से LLB भी करती रहीं। फिर साल 2008 में उन्होंने कानून और प्रशासन दोनों क्षेत्रों में सक्सेज हासिल की।
फाइनेंस और कॉमर्स से जुड़ी हैं परिवार की जड़ें
सोनल गोयल के परिवार की जड़ें फाइनेंस और कॉमर्स से गहरे जुड़ी हुई हैं। पिता आई सी गोयल पेशे से सीए है और मां रेणू गोयल होममेकर। आज दो बच्चों की मां सोनल के हसबैंड आदित्य यादव आईआरएस (सी एंड आईटी) हैं। खुद सोनल कॉरपोरेट सेक्टर में कंपनी सेक्रेटरी और लीगल एडवाइजर के तौर पर 3 साल काम कर चुकी हैं।
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