कोविड के बाद ऑनलाइन डेटिंग में भी इजाफा हुआ है। छोटे-छोटे गांवों में भी स्मार्टफोन की पहुंच ने वर्चुअल डेटिंग को आसान बना दिया है। ऐसे युवा जो शर्मीले स्वभाव के थे उनके लिए भी इस तरह की डेटिंग करना आसान हो गया है। ऑनलाइन डेटिंग ने जितनी सुविधाएं दी हैं, उतने ही खतरे भी बढ़ा दिए हैं। लड़कियां ठगी जाने लगी हैं और फर्जी मामलों में फंसाई जाने लगी हैं। इसलिए जरूरी है कि ऑनलाइन डेटिंग में सावधानियां बरती जाएं।
क्या है एक्सपर्ट की राय
रिलेशनशिप एक्सपर्ट डॉ. के आर का कहना है कि वर्चुअल डेटिंग को सेफ डेटिंग माना जाता है। ऐसे में लड़का या लड़की किसी कोने में बैठकर अपने पार्टनर से बात करते हैं तो उन्हें लगता है कि उन्हें कोई नहीं देख रहा। सेफ जोन पाकर वे हरकतें भी कर बैठते हैं जो उन्हें नहीं करनी चाहिए। जरूरत से ज्यादा किसी भी तरह का एक्सपोजर खतरनाक हो सकता है। कई बार लड़कियां प्यार में पड़कर अपनी बहुत पर्सनल फोटोज भी लड़कों को शेयर कर देती हैं। पार्टनर की डिमांड पर शरीर का प्रदर्शन या युवा कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जिनके नतीजे बाद में भयंकर हो सकते हैं। सेफ जोन की गलतफहमी में खतरनाक कारनामे हो जाते हैं।
दिल्ली में क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ. प्रज्ञा मलिक का कहना है कि ऑनलाइन डेटिंग के दौरान व्यक्ति सच्चाई से दूर हो जाता है। जब कोई व्यक्ति किसी से ऑफलाइन मीटिंग करता है तो उसके बिहेवियर को समझ पाता है, लेकिन ऑनलाइन डेटिंग में रियलिटी से दूर होने की वजह से सच्चाई नहीं दिखती। ऐसे में पार्टनर जब एक साथ रहना शुरू करते हैं तो एक-दूसरे का अच्छा या बुरा बिहेवियर नजर आता है और झगड़े बढ़ने की वजह से बात तलाक तक पहुंच जाती है।
अगर आप भी ऑनलाइन डेटिंग कर रहे हैं तो यह गलतियां न करें
डॉक्टर प्रज्ञा और डॉ. के आर धर के मुताबिक ऑनलाइन डेटिंग के वक्त इन बातों का खास ख्याल रखना चाहिए।
सिर्फ चेहरा देखकर न लें फैसला
डॉक्टर प्रज्ञा का कहना है कि ऑनलाइन दुनिया बहुत काफी हद तक बहुत नकली है, फेक है। ऐसे में फेक प्रोफाइल भी बनाए जाते हैं। गलत जानकारियां डाली जाती हैं। बहुत ज्यादा एडिट करके तस्वीरें डाली जाती हैं जिस वजह से कई बार सिर्फ शक्ल देखकर डेट करने का फैसला ले लिया जाता है। ऐसे में सही पार्टनर का चुनाव मुश्किल हो जाता है।
बहुत तेजी से आगे न बढ़ें
ऑनलाइन डेटिंग में कई बार ऐसा होता है कि अगर आपको अपनी पसंद का पार्टनर मिल गया है तो बहुत तेजी से मेसेजिंग और कॉलिंग शुरू हो जाती है, जबकि यह गलत प्रैक्टिस है। चैट करने वाला इंसान यह तय नहीं कर पाता टेक्सटिंग कब सेक्सटिंग में बदल जाती है। इंसान की बॉडी लैंग्वेज चैट में समझ नहीं आती। इसलिए जरूरी है कि प्यार की यह गाड़ी हौले-हौले चले ताकि एक दूसरे को भावनाओं में बहकर नहीं बल्कि समझदारी से फैसला लिया जा सके।
तस्वीरें साझा न करें
ऑनलाइन डेटिंग के दौरान लड़का या लड़की अपनी अंतरंग तस्वीरें साझा न करें। इस तरह की हरकतें आपको मुश्किल में डाल सकती हैं। ऐसी कई खबरें आजकल सामने आती हैं जब देखा जाता है कि लड़कियों की तस्वीरों का गलत इस्तेमाल किया गया है।
परफैक्ट पार्टनर का सपना
हर इंसान के अंदर कुछ अच्छाइयां या बुराइयां होती हैं, लेकिन जब हम पार्टनर के बारे में सोचते हैं तो बहुत कुछ गहराई से आंकते हैं। सारी अच्छाइयां पार्टनर में ढूंढ़ने लग जाते हैं। अच्छाइयां ढूंढ़ने की रिसर्च में पार्टनर की पर्सनेलिटी के बाकी पहलुओं को नहीं समझ पाते, जिस वजह से अंडरस्टैंडिंग ठीक नहीं बनती। ऐसे लोग अगर पार्टनर बन भी जाते हैं तो आगे चलकर झगड़े भी बहुत होते हैं।
झूठ पकड़ें
ऑनलाइन डेटिंग में व्यक्ति झूठ भी बोल सकता है। अगर आप उससे बात कर रहे हैं तो वह कह सकता है कि वह किसी मीटिंग में है, होटल में है किसी और बड़े रेस्तरां में है। सच्चाई हमारे सामने नहीं होती। इसलिए जरूरी है कि यह भी देखा जाए कि कहीं व्यक्ति आपको इंप्रेस करने के लिए झूठ तो नहीं बोल रहा। उसके कागजी महलों को पकड़ना आपके लिए जरूरी है।
क्या है सलूशन
आजकल की भागती दौड़ती दुनिया में इतना समय नहीं है कि हर व्यक्ति किसी से ऑफलाइन जाकर मिले लेकिन अगर आप अपने राइट पार्टनर की खोज में हैं तो जितनी ऑनलाइन डेटिंग कर रहे हैं उतनी ही ऑफलाइन मुलाकातें भी हों। व्यक्ति को समझने में वक्त लगता है। इसके लिए आमने-सामने बैठकर बात करना, उसके हाव भाव भावों को पढ़ना, उसकी सच्चाइयों का आकंना जरूरी है। जिससे कि आप किसी गलत रिश्ते में पड़कर बाद में पछताएं नहीं।
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