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सेक्रेड गेम्स में रोल के बाद मुझे कहा-पोर्नस्टार:उपहार अग्निकांड पर बनी ‘ट्रायल बाई फायर' सीरीज से चर्चा में, भूकंप-सूखा पीड़ितों के लिए किया काम

मुंबई4 महीने पहलेलेखक: मृत्युंजय कुमार
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2018 में ‘सेक्रेड गेम्स’ सीरीज आई। इसमें राजश्री देशपांडे ने नवाजुद्दीन सिद्दीकी यानी गणेश गायतोंडे की पत्नी सुभद्रा का किरदार निभाया। सीरीज में राजश्री और नवाजुद्दीन के बीच कई बोल्ड सीन फिल्माए गए हैं। इसमें उनका एक न्यूड सीन भी शामिल था। सीरीज हिट रही, राजश्री की एक्टिंग भी खूब पसंद की गई। लेकिन इस एक सीन की वजह से राजश्री ट्रोल्स के निशाने पर भी आईं। उन्हें एडल्ट और पोर्न एक्ट्रेस तक कहा गया। उनका इनबॉक्स भद्दे कमेंट से भर गया। लेकिन इन्हीं दिनों एक्टिंग से फुरसत पाकर राजश्री महाराष्ट्र के एक पिछड़े इलाके में स्कूल बनवा रहीं थीं, सूखाग्रस्त इलाकों में काम कर रही थीं।
राजश्री देशपांडे का किरदार ऐसे ही विराधाभासों से भरा पड़ा है। वकालत की पढ़ाई कर चुकी राजश्री एड एजेंसी से लेकर आमिर खान, नवाजुद्दीन सिद्दीकी, सलमान खान के साथ एक्टिंग फील्ड में काम कर चुकी हैं। साहित्य और समाजसेवा में भी उनकी गहरी रुचि है। मंटो से लेकर महाश्वेता देवी, निर्मल वर्मा, हरिशंकर परसाई को पढ़ना पसंद करने वाली राजश्री कहती हैं कि उन्हें प्रेमचंद की किताबों से समाजसेवा की प्रेरणा मिली। उन्होंने फिल्म ‘मंटो’ में साहित्यकार इस्मत चुगताई का किरदार भी निभाया है। हाल ही में उपहार अग्निकांड पर बनी राजश्री देशपांडे की नई वेब सीरीज ‘ट्रायल बाई फायर' रिलीज हुई है। इसमें उन्होंने एक मां का किरदार निभाया था। इसके लिए राजश्री ने अपना 16 किलो वजन भी बढ़ाया।
आज के ‘ये मैं हूं’ में ‘सेक्रेड गेम्स’ की स्टार राजश्री देशपांडे की कहानी; जो उन्होंने वुमन भास्कर को बताया।

महाराष्ट्र के छोटे शहर में हुआ जन्म, मां चाहती थीं कि बड़ी हस्ती बनूं
मेरा जन्म महाराष्ट्र के औरंगाबाद के एक मिडिल क्लास परिवार में हुआ। पिताजी शुरू में किसानी करते थे। जब जमीन इंडस्ट्रियल एरिया में चली गई तो क्लर्क का काम करने लगे। मेरी मां ने उस जमाने में भी ग्रेजुएशन तक पढ़ाई की थी। वो आगे भी पढ़ना चाहती थीं; लेकिन शादी की वजह से ये संभव नहीं हो पाया। यह मां के मन की कसक थी कि उन्होंने हम तीन बहनों को खूब पढ़ाने का फैसला किया। मेरी बड़ी बहन डॉक्टर बनीं और दूसरी इंजीनियर; मैंने लॉ पढ़ने का फैसला किया। वकील बनकर मैं मां के सपनों को पूरा करना चाहती थी।

एड एजेंसी में काम करने लगी तो पीछे छूटी वकालत
बचपन में आई (मां) और बाबा (पिता) ने मुझे डांस और ड्रामा सीखने के लिए भेजा था। इसमें मन भी लगता था; लेकिन तब कभी ऐसा खयाल नहीं आया कि एक्टिंग को प्रोफेशन बनाऊंगी। पढ़ाई के दौरान ही मैंने एक एड एजेंसी में काम करना शुरू कर दिया। बाद में मैंने अपनी एड एजेंसी भी खोली। काम में बिजी होने के चलते मेरी वकालत पीछे छूट गई।

राजश्री आमिर खान, सलमान खान और नवाजुद्दीन सिद्दीकी की फिल्मों और सीरीज में काम कर चुकी हैं।
राजश्री आमिर खान, सलमान खान और नवाजुद्दीन सिद्दीकी की फिल्मों और सीरीज में काम कर चुकी हैं।

बचपन का थिएटर मुंबई में काम आया
कई सालों तक एड एजेंसी में काम करती रही। फिर एकबारगी लगा कि जिंदगी से क्रिएटिविटी गायब हो गई है; कुछ नया नहीं हो रहा और कुछ नया सीख भी नहीं पा रही। ऐसे में मैंने नौकरी छोड़ मुंबई आने का फैसला किया।
जाहिर-सी बात है मुंबई में शुरुआत में संघर्ष का सामना करना पड़ा। लेकिन यहां बचपन में सीखा थिएटर काम आया। जब तक फिल्मों में काम नहीं मिला, मैं नाटक करती रही। साल 2012 में आमिर खान की फिल्म ‘तलाश’ में मुझे एक छोटा सा रोल मिला। मेरे लिए यह पहला बड़ा मुकाम था। जल्द ही मुझे सलमान खान की फिल्म ‘किक’ में भी काम करने का मौका मिला।

मलयालम फिल्मों में काम किया तो जान से मारने की धमकी मिली
हिंदी फिल्मों के साथ-साथ मैंने मलयालम फिल्मों में भी काम किया। 2015 में ‘हरम’ और 2017 में ‘एस-दुर्गा’ में काम किया। इस फिल्म के नाम की वजह से काफी कंट्रोवर्सी हुई। यहां तक की मुझे जान से मारने और एसिड फेंकने तक की धमकी दी गई।

‘सेक्रेड गेम्स’ के रोल ने देश भर में पॉपुलर किया
2018 में मैंने अनुराग कश्यप की सीरीज ‘सेक्रेड गेम्स’ में काम किया। अच्छे लोगों के साथ अच्छी कहानी पर काम करने का शानदार अनुभव रहा। सीरीज पूरी करने के बाद में थोड़ा ब्रेक लेकर सोशल वर्क में लग गई। उन दिनों में महाराष्ट्र के ग्रामीण इलाके में एक स्कूल बनवा रही थी। इधर कुछ लोगों ने सीरीज के एक सीन को लेकर बवाल खड़ा कर दिया। मुझे एडल्ड एक्ट्रेस और पोर्न स्टार तक कहा गया। भद्दे मैसेजेज किए गए। लेकिन इन सब को मैंने खुद पर हावी नहीं होने दिया; मैंने अपना काम जारी रखा।

राजश्री समाजसेवा को विकल्प की जगह जिम्मेदारी मानती हैं। उनका यह भी मानना है कि सभी लोगों को जरूरतमंदों में लिए कुछ न कुछ करना चाहिए।
राजश्री समाजसेवा को विकल्प की जगह जिम्मेदारी मानती हैं। उनका यह भी मानना है कि सभी लोगों को जरूरतमंदों में लिए कुछ न कुछ करना चाहिए।

सोशल वर्क को जिम्मेदारी मानती हूं
एक्टिंग में आने से पहले भी जब मैं पढ़ रही थी या फिर जब मैंने वकालत या एड एजेंसी में काम किया; इस दौरान मैं समाज के दबे-कुचले और जरूरतमंद लोगों के लिए काम करती रही। 2015 में जब नेपाल में भूकम्प आया तो मैंने एक इंटरनेशनल एनजीओ के साथ मिलकर वहां काम किया। मैं लंबे समय से महाराष्ट्र के सूखाग्रस्त इलाकों के लिए काम कर रही हूं। मेरा मानना है कि सोशल वर्क ऑप्शन नहीं बल्कि जिम्मेदारी है। हर उस शख्स को जो किसी की मदद करने लायक है; उसे ऐसा करना ही चाहिए।

साहित्य में है खूब रुचि, प्रेमचंद से मिली प्रेरणा
लिटलेचर पढ़ने में मेरी खूब दिलचस्पी है। मैंने प्रेमचंद, निर्मल वर्मा, महाश्वेता देवी, हरिशंकर परसाई, मंटो, चुगताई-अमृता को खूब पढ़ा है। इन साहित्य कारों का मुझपर काफी प्रभाव भी है। प्रेमचंद के उपन्यासों को पढ़कर ही मुझे लोगों के लिए काम करने की प्रेरणा मिली। नवाजुद्दीन सिद्दीकी की फिल्म ‘मंटो’ में मुझे ‘इस्मत चुगताई’ का किरदार निभाने का मौका मिला। मुझ जैसी साहित्य प्रेमी के लिए ये दोहरे खुशी की बात थी।