कबूतर को घर में
दाना खिलाना खतरनाक

Health

कबूतरों को दाना खिलाने की परंपरा
सदियों पुरानी है। खिड़की या टेरेस पर बैठे
कबूतर या बालकनी में गुटरगूं करते कबूतर,
हम उन्हें दाना जरूर खिलाते हैं। 

क्या आपको पता है कि कबूतरों को
दाना खिलाने की आदत सेहत पर भारी
पड़ सकती है। कबूतरों के बीट में
बैक्टीरिया, वायरस हो सकते हैं।

ये हमारी सांसों से होते हुए फेफड़ों में
पहुंच सकते हैं। समय रहते इलाज नहीं हो तो
फेफड़े डैमेज हो सकते हैं। नौबत लंग
ट्रांसप्लांट की भी आ सकती है। 

कबूतरों के बीट में एवियन एंटीजंस
होते हैं। जब कोई लगातार इनके संपर्क में
आता है तो ये एंटीजंस सांसों के जरिए
फेफड़ों में पहुंच जाते हैं। 

इससे लंग टीश्यूज डैमेज होने
लगते हैं। एयरवेज को भी नुकसान पहुंचता है।
मरीजों को इन्टर्स्टिशल लंग डिजीज (ILD)
होने का खतरा बढ़ जाता है।

फरीदाबाद स्थित लंग ट्रांसप्लांट
विशेषज्ञ डॉ. कामरान अली बताते हैं कि
अस्थमा से पीड़ित लोगों को ज्यादा
अलर्ट रहने की जरूरत है। 

जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर
होता है उनमें कबूतरों से होने वाले इंफेक्शन
का खतरा अधिक रहता है।

लंग्स अगर कमजोर हैं या पहले से फेफड़े की
बीमारी है तो मरीज की स्थिति खराब हो सकती है।
बच्चों और बुजुर्गों में रिस्क अधिक होता है। 

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