तिहाड़ में अल्फाबेट से
जाने जाते हैं जेल 

Trending

तिहाड़ देश का सबसे बड़ा सेंट्रल जेल है।
इसकी गिनती दुनिया के बड़े जेलों में होती है।
पिछले दो दिनों में तिहाड़ जेल में दो गैंगस्टरों
के मारे जाने से यह चर्चा में है।

400 एकड़ के तिहाड़ कैंपस में कुल 9 जेल हैं
जिनमें से चार जेल अल्फाबेट से जाने जाते हैं।
जेल नंबर 1 में वैसे कैदी हैं जिनका
नाम ‘S’ और ‘Y’ से शुरू होता है। 

जेल नंबर 3 में उन कैदियों को रखा जाता है
जिनके नाम B,V,C, D, E, F और G से शुरू होता है।
जिन कैदियों का नाम A और R से है उन्हें
जेल नंबर 4 में रखा जाता है।

जेल नंबर 7 में बाकी अल्फाबेट से शुरू होने
वाले कैदियों को रखा जाता है। वैसे क्राइम, रिस्क,
अंडरट्रायल के कैदी अलग-अलग
वार्ड में रखे जा सकते हैं।

तिहाड़ जेल में कैदियों के रहने के लिए
तीन तरह की व्यवस्था है। बैरक में 20 से
अधिक कैदी रहते हैं। 

जेल में सेल भी होता है जिसमें पांच अपराधी
रखे जा सकते हैं। इसी तरह के एक सेल में
टिल्लू ताजपुरिया को भी रखा गया था। 

कैदियों के लिए सिंगल रूम की भी
व्यवस्था होती है। कोर्ट या DIG जेल के
आदेश पर ये कमरे दिए जाते हैं। 

जेल में करेंसी रखने की इजाजत
नहीं होती। कैदी पैसे देकर जेल से कूपन
या स्मार्ट कार्ड ले सकते हैं।

लाइफ & स्टाइल की और
स्टोरीज के लिए क्लिक करें

Click Here