रामनवनी में
त्रेतायुग जैसे
संयोग
Dharm
इस बार रामनवमी का त्योहार त्रेतायुग
जैसे तिथि और नक्षत्र के संयोग में मनेगा।
श्रीराम का जन्म दोपहर में हुआ था,
इसलिए रामनवमी की पूजा
दिन में ही होती है।
आज 9 शुभ योग बन रहे हैं,
जिससे पूजा और खरीदारी के लिए
आज का दिन शुभ रहेगा।
काशी विद्वत परिषद के महामंत्री
प्रो. रामनारायण द्विवेदी अगस्त्य संहिता और
वाल्मीकि रामायण के हवाले से बताते हैं
कि श्रीराम का जन्म चैत्र महीने के
शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि और
पुनर्वसु नक्षत्र में हुआ था।
ग्रह स्थिति के बारे में पुरी के
ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र और
अयोध्या के ज्योतिषाचार्य अंकित शास्त्री
कहते हैं कि रामनवमी पर पिछले
700 सालों में ऐसा संयोग नहीं बना।
इस दिन तिथि, वार, नक्षत्र और
ग्रहों से सर्वार्थसिद्धि, बुधादित्य,
महालक्ष्मी, सिद्धि, केदार, सत्कीर्ति, हंस,
गजकेसरी और रवियोग बन रहे हैं।
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