11 दिसंबर की दोपहर 1:30 बजे अखुरथ चौथ का शुभ मुहूर्त है। अगले दिन 12 दिसंबर, शाम 5 बजे तक चतुर्थी तिथि रहेगी।
चतुर्थी तिथि में चंद्रोदय रविवार को होगा इसलिए इसी दिन अखुरथ चौथ का व्रत किया जाएगा।
अखुरथ चौथ व्रत में चूहे पर सवार गणेश जी की पूजा की जाती है। पौराणिक मान्यता है कि इस व्रत में गणेश जी और चंद्रमा की पूजा से सौभाग्य बढ़ता है। सेहत अच्छी रहती है।
गणेश पुराण के अनुसार चतुर्थी के दिन गौरी पुत्र गणेश की पूजा करना फलदायी होता है। इस दिन उपवास करने का और भी महत्व है।