35 की उम्र में मौत,
5 महीने बाद
अंतिम संस्कार

Entertainment

पाकिस्तान में म्यूजिक इंडस्ट्री का
नक्शा बदलने वाली सिंगर नाजिया हसन
पहली पाकिस्तानी कलाकार हैं, जिन्हें भारत
में फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला। 

नाजिया ने 15 साल की उम्र में स्कूल
यूनिफॉर्म में ही फिल्म कुर्बानी का गाना
'आप जैसा कोई मेरी जिंदगी में आए'
रिकॉर्ड किया। 

नाजिया को शोमैन राज कपूर के
हाथों बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर का
फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला।

पहले गाने के बाद ही कम उम्र की नाजिया
एक नेशनल सेंसेशन बन गईं। इन्होंने 1981
में एलबम डिस्को दीवाने लॉन्च किया।
बेस्ट सेलिंग एल्बम रिलीज करने वालीं
पहली प्लेबैक सिंगर थीं।

1991 में नाजिया ने अपने भाई जोहेब के साथ
म्यूजिक एलबम कैमरा-कैमरा रिलीज किया,
जिसके ठीक बाद उन्होंने अनाउंसमेंट की कि
ये उनका आखिरी एलबम है।

पर्सनल लाइफ में फोकस करने के लिए
नाजिया ने हमेशा के लिए गाना छोड़ दिया। 30
मार्च 1995 को नाजिया ने कराची के बिजनेसमैन
मिर्जा इश्तियाक बेग से शादी कर ली। इश्तियाक
से नाजिया की अरेंज मैरिज थी।

नाजिया के पति का पाकिस्तानी एक्ट्रेस
से अफेयर था। जैसे ही ये बात उन्हें पता चली तो
घर में झगड़े और बढ़ गए। ऐतराज करने पर पति
उनके साथ मारपीट करने लगा।

जब नाजिया को कैंसर हुआ तो उनके पति ने
इलाज का खर्च उठाने से भी इनकार कर दिया।

इलाज के दौरान नाजिया ने अपने वकील
और कुछ गवाहों के सामने एक बयान दिया था,
जिसमें उन्होंने कहा कि पति उन्हें जहर दे रहा है
और स्लो पॉइजन से उनके शरीर के
अंग खराब हो रहे हैं।

10 अगस्त 2000 को नाजिया की हालत
बिगड़ने पर उन्हें लंदन के नॉर्थ लंदन अस्पलात
में भर्ती करवाया गया था। इलाज चला,
लेकिन वो घर नहीं लौट सकीं।

पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार
13 अगस्त को नाजिया की मौत के बाद उनके
पति के ऊपर केस चला और जांच के लिए
5 महीनों तक उनका शव लंदन के
मुर्दाघर में रखा गया था।

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