संसद की कैंटीन में
मोटे अनाज की एंट्री
Health
‘अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष-2023’
को ध्यान में रखते हुए संसद की कैंटीन में देश
के विभिन्न हिस्सों में मोटे अनाज से बनने वाले
फेमस फूड आइटम शामिल किए गए हैं।
रविवार को पीएम मोदी ने ‘मन की बात’
में मोटे अनाज का जिक्र किया था। पीएम ने
ये भी कहा कि जी-20 समिट इवेंट में मोटे
अनाज के व्यंजन उपलब्ध रहेंगे।
बाजरे के व्यंजन सभी संसदीय
कैंटीनों में उपलब्ध होंगे और सांसदों को
सेंट्रल हॉल में पहुंचाए जाएंगे।
अब वहां के कैंटीन में ज्वार उपमा, बाजरे
की खिचड़ी, रागी के लड्डू, बाजरे का चूरमा
के अलावा बाजरे की राब और रागी मटर
के शोरबे जैसे व्यंजन मिलेंगे।
मीठे से जुड़ी हर रेसिपी में अब चीनी
की जगह गुड़ का इस्तेमाल किया जाएगा।
इसके साथ ही ओट मिल्क, सोया मिल्क के
अलावा मोटे अनाज का सूप भी मिलेगा।
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