कम सोने से डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और हार्ट डिजीज का खतरा
दिमाग के लिए 7-8 घंटे की नींद जरूरी
शरीर से ज्यादा नींद की जरूरत दिमाग को होती है, इसलिए एक्सपर्ट रोज 7-8 घंटे सोने की सलाह देते हैं।
कुछ लोगों को नींद से जुड़ी समस्याएं होती हैं जिससे स्लीप एपनिया, रात में बार-बार यूरिन पास करने के लिए जाना, खर्राटे बढ़ना, नींद में चलना जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
स्लीप फाउंडेशन के अनुसार जो लोग कितनी भी गहरी नींद में हों, जरा सी आवाज से उठ जाते हैं, ऐसे लोगों में चिड़चिड़ापन अधिक होता है।
रिसर्च की माने तो 7 घंटे से कम सोने से डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और हार्ट डिजीज का खतरा रहता है।
कम सोने से भूख ज्यादा लगती और शुगर क्रेविंग भी हो सकती है, जिसके कारण वजन बढ़ने की आशंका भी रहती है।