खांसी-बुखार
न करें इग्नोर
Health
कोलकाता समेत पश्चिम बंगाल के
तमाम जिलों में सबसे ज्यादा एडेनोवायरस
के मामले आ रहे हैं। अब तक वहां
12 बच्चों की मौत हो चुकी है।
CMR-NICED ने पश्चिम बंगाल के
कुछ बच्चों का टेस्ट किया है। जिसमें सांस
के इन्फेक्शन के कम से कम 32% नमूनों
में वायरस पाया गया।
ये बीमारी ज्यादातर बच्चों को अपना
निशाना बना रही है। ये सबसे पहले सांस को
प्रभावित करता है, जिसके बाद इन्फेक्शन
धीरे-धीरे पूरे शरीर में फैलने लगता है।
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड
प्रिवेंशन के मुताबिक, ये वायरस आमतौर
पर हल्की सर्दी या फ्लू जैसी बीमारी
का कारण बनता है।
एडेनोवायरस साल में किसी भी समय
संक्रमित कर सकता है। आम तौर से सर्दियों
के आखिरी में और वसंत की शुरुआती समय
में ये सबसे ज्यादा फैलता है।
जिन लोगों की इम्यूनिटी वीक है
या फिर टीबी, किडनी जैसी गंभीर
बीमारियों से पीड़ित लोगों को आसानी
से इन्फेक्ट करता है।
ये वायरस एक-दूसरे के सामने
छींकने-खांसने से फैलता है।
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