सनई के फूल
शरीर को बनाते ताकतवर
Health
सनई को बंगाली में शॉन, मलयालम में
वुक्का पू, मराठी में ताग, तमिल में सन्नप्पू सनल
और तेलगु में जनुमू पुरुवू कहते हैं।
सनई के तने से मिलने वाले फाइबर से
मजबूत रस्सी बनती है, लेकिन इसके फूल
शरीर को भी मजबूत बनाते हैं।
सनई 'लेग्युमिनोसी' फैमिली का पौधा है,
जिसमें चने और अरहर जैसी दालों से लेकर
शीशम तक 20 हजार प्रजातियां शामिल हैं।
इंसानों ने जब इतिहास लिखना सीखा,
सनई के पौधे उससे भी पुराने हैं। ढाई हजार साल
से बकायदा इसकी खेती हो रही है।
सनई के फूल में कैल्शियम, फॉस्फोरस,
फाइबर, प्रोटीन, फेनोल, मैग्नीज, पोटैशियम और
सोडियम जैसे पोषक तत्व होते हैं।
झारखंड में सनई के फूल और लहसुन-मिर्च
के तड़के वाला स्वादिष्ट साग बनता है।
इन फूलों से सब्जी, चोखा भी बनाते हैं।
एंटी बैक्टीरियल गुण वाले सनई के फूल
एनीमिया, मेनिंजाइटिस, निमोनिया, किडनी और
यूटीआई इंफेक्शन में फायदेमंद हैं।
सनई के फूल खाने से दांत, हड्डियां,
दिल हेल्दी रहता है। ये फूल कब्ज, मोटापा,
डायबिटिज और कैंसर से बचाते हैं।
लाइफ & स्टाइल की और
स्टोरीज के लिए क्लिक करें
Click Here