हिमालय में पैदा होता है
चिलगोजा

Health

चिलगोजा का सबसे बड़ा जंगल पाकिस्तान
के कोह-ए-सुलेमान में है, जहां हर साल 6.40
लाख किलो चिलगोजा की पैदावार होती है।

चिलगोजा के पेड़ हिमालय में 1800 से
साढ़े 3 हजार मीटर की ऊंचाई पर उगते हैं। भारत
में इसकी पैदावार हिमाचल के किन्नौर में होती है।

चिलगोजा प्रोटीन, फैट, कार्बोहाइड्रेट,
फाइबर, शुगर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम,
फॉस्फोरस जैसे पोषक तत्वों से भरपूर है।

हर सुबह 3-4 रोस्टेड या कच्चे चिलगोजे ब्रेड,
केक, कुकीज, सैलेड के साथ खा सकते हैं।

चिलगोजे खाने से डायबिटीज, दिल के रोगों,
कैंसर का खतरा कम होता है। यह कोलेस्ट्रॉल,
वजन को कंट्रोल करता है।

चिलगोजे से इम्यूनिटी बढ़ती है। यह मस्तिष्क,
हडि्डयों, आंख, स्किन, बाल और प्रेग्नेंसी के दौरान
भ्रूण के विकास के लिए फायदेमंद हैं।

चिलगोजे खाने से शरीर में कैलोरीज की मात्रा
ज्यादा हो सकती है, जिससे वजन बढ़ सकता है।

चिलगोजे के कसैले स्वाद की वजह से पाइन
माउथ सिंड्रोम हो सकता है। स्किन पर रैशेज, मुंह,
नाक, गले में सूजन आ सकती है।

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