हमला करने आया
सिकंदर हुआ
केले का मुरीद

Health

केले का इतिहास 10 हजार साल से
ज्यादा पुराना है। इसकी जड़ें भारत समेत मलेशिया,
इंडोनेशिया और फिलिपींस तक फैली हैं।

2349 साल पहले भारत पर आक्रमण करने
पहुंचे सिकंदर महान को यहां पहली बार केले का
पता चला और वह इसका मुरीद हो गया।

केले के फूल विटामिन-सी, फॉस्फोरस, कैल्शियम,
पोटैशियम, कॉपर, आयरन, एंटीऑक्सिडेंट्स,
फाइबर, प्रोटीन से भरपूर होते हैं।

केले के फूल कच्चे खा सकते हैं और
इससे चाय, सूप, करी, वड़े भी बनाते हैं। फूलों को
भाप में पकाकर डिप्स के साथ परोसते हैं।

दक्षिण भारत से पश्चिम बंगाल तक केले फूल
से मोचार चाप बनाते हैं। इसके फूल को फ्राई
करके उससे सब्जी और साग भी बनाते हैं।

केले के फूल किडनी, हड्डियों, बाल, पाचन
क्षमता के लिए फायदेमंद हैं। ये मूड को अच्छा
बनाते हैं, एजिंग प्रोसेस धीमा करते हैं।

इंफेक्शन, डायबिटीज, कैंसर, दिल के रोगों,
एंग्जाइटी जैसी समस्याओं से बचाने में भी
केले के फूल मददगार हैं।

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