सहजन के फूल खाने से
बढ़ती सेक्स ड्राइव
Health
प्राचीन भारत से लेकर इजिप्ट
और रोम साम्राज्य तक में सहजन का
इस्तेमाल दवाओं, तेल और खाने में होता था।
मौर्य साम्राज्य के योद्धा सहजन खाकर
युद्ध पर जाते थे, ताकि उन्हें ताकत और एनर्जी
के साथ ही घावों के दर्द से भी राहत मिले।
सहजन के फूल में विटामिन-ए, सी और बी12,
फोलिक एसिड, सोडियम, मैग्निशियम
जैसे पोषक तत्व होते हैं।
सहजन के फूल से सलाद, सूप, जूस,
चाय और करी बनाते हैं। फूलों को डीप फ्राई
कर स्नैक के तौर पर खाते हैं।
आंध्र प्रदेश में सहजन के फूलों से
वड़ा बनाते हैं, तो तमिलनाडु में इसे अंडे संग
फ्राई कर मुरुंगई पू पोरियाल बनाते हैं।
सहजन के फूल को नूडल्स, ऑमलेट,
पास्ता, पिज्जा और सीफूड में गार्निशिंग
के लिए डाल सकते हैं।
सहजन के फूल इम्यून सिस्टम, आंखों,
हड्डियों, दिल के लिए फायदेमंद हैं।
कोलेस्ट्रॉल और शुगर लेवल कंट्रोल करते हैं।
सहजन के फूल खाने से अर्थराइटिस, यूटीआई,
सर्दी-जुकाम, सूजन में राहत मिलती है।
सेक्शुअल डिसऑर्डर में भी सहजन के फूल
फायदेमंद हैं। ये फूल ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली
महिलाओं में दूध की मात्रा बढ़ाते हैं।
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