दिमाग का
ब्रेक फेल?
ये है रूमीनेटिंग

Health

क्या आप मामूली कहासुनी को दिल
पर लेते हैं? ऐन वक्त पर जवाब न देकर बाद
में उसके बारे में सोच-विचार करते हैं। 

हमेशा चिंता करने और बीत चुकी बातों
के बारे में सोच कर समय और एनर्जी बर्बाद
करना रूमीनेटिंग है। इसमें एक समय बाद
दिमाग काम करना बंद कर देता है।

चिंता कर जब आप राई का पहाड़
बनाने लग जाएं और यह आपकी डेली लाइफ
को प्रभावित करे, तो इसका मतलब आपको
रूमीनेटिंग की प्रॉब्लम है।

अमेरिका के डॉ. ट्रेसी मार्क्स मानते हैं
कि यह कोई खराब मानसिक स्थिति नहीं,
बल्कि उससे भी बड़ी समस्या है।

रूमीनेटिंग का पैटर्न आम चिंतन से
अलग है। रूमीनेटिंग से बचने के लिए दिमाग
में जब ऐसे विचार आएं तो अपना फोकस
दूसरी जगह डायवर्ट करें।

ओवरथिंकिंग से बचना मुश्किल लगे
तो थेरेपी जरूर लें। अतीत को भुलाकर
जहां हैं उस पल के बारे में सोचें।

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