हिमाचल के स्पीति जिले में विशेष रूप से
फलने वाले सी-बेरी यानी सी-बकथॉर्न को
पारंपरिक रूप से एंटी एजिंग एजेंट के
तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एनवायरनमेंटल
रीसर्च एंड पब्लिक हेल्थ के अनुसार सी-बेरी
फल फ्लेवोनोइड्स, ओमेगा 3, ओमेगा 6,
ओमेगा 9 फैटी एसिड का स्रोत है।
सी-बेरी में सोडियम, आयरन, मैग्नीशियम,
एस्कॉर्बिक एसिड, विटामिन ए, विटामिन बी1,
विटामिन बी2, विटामिन बी6 और विटामिन सी,
फाइबर, पोली अनसैचुरेटेड और मोनो सैचुरेटेड
फैटी एसिड भरपूर होता है।
सी-बेरी में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट
फ्री रेडिकल्स के कारण होने वाले सेल डैमेज से
बचाव करते हैं। यह डैमेज ही कार्डियोवैस्कुलर
डिजीज, स्ट्रोक और कैंसर का कारण बनते हैं।
सी-बेरी का इस्तेमाल स्मूदी, सलाद के
रूप में किया जा सकता है। इसे दही और
दलिया में मिलाकर और पाउडर के
रूप में भी लिया जा सकता है।
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