चित्रकूट में पुलिस को तप कर रही एक नाबालिग मिली है। वो विंध्य पर्वत शृंखलाओं से घिरे जंगल के बीच अनुसुइया आश्रम के पास तप कर रही थी।
नाबालिग लगातार ऊंची आवाज में ‘ओम नमो भगवते वासुदेवाय’ का जप कर रही थी। मौके पर बकरी चराने पहुंचे चरवाहों ने नाबालिग को देखा तो पुलिस को मामले की जानकारी दी।
नाबालिग ने पहले अपने माता-पिता का नाम विष्णु और लक्ष्मी बताया। जब पुलिस ने सख्ती से पूछा तो बच्ची ने खुद को सिद्दी शर्मा, पिता शालिकनाथ और माता का नाम रतन बताया।
सबसे पहले बच्ची को देखने वाले बकरी चरा रहे लड़कों ने बताया कि जहां हम लोग ठंड में स्वेटर और जैकेट पहने हुए थे वो बच्ची बस एक कपड़े में इतनी ठंडी में जप कर रही थी।
नाबालिग के घने जंगलों के बीच जप करने का कारण क्या है? इस सवाल का जवाब पुलिस तलाश रही है।